Updated on: Wed, 11 Apr 2012 12:00 AM (IST)
12वीं की परीक्षाएं खत्म होने के बाद भी चुनौतियां खत्म नहीं हुई हैं। यदि आप भी 12वीं के बाद कॅरियर की आगामी दिशा और विभिन्न परीक्षाओं के बारे में पेशोपेश में हैं तो यहां दिए जा रहे विकल्प आपकी मदद कर सकते हैं.. कंपटीशन की खुली आजमाइश एजूकेशन सिस...
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Updated on: Wed, 04 Apr 2012 12:00 AM (IST)
न किताबों का बोझ, न होमवर्क का झंझट, न टीचर की डांट-डपट। गर्मी, लू-लपट के ये महीने कामकाजी लोगों के माथे पर भले ही पसीना ला देते हों, लेकिन स्टूडेंट्स के लिए तो ये साल में एक बार आने वाला त्योहार होता है। गर्मी की छुट्टियां, नाम से ही शरीर में हरकत आ...
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Updated on: Wed, 28 Mar 2012 12:00 AM (IST)
नींव पक्की तो ऊंची इमारत हाईस्कू ल कॅरियर की बुनियाद मानी जाती है। आने वाले दौर में आप किस क्षेत्र की ओर रुख क रेंगे, आपके स्ट्रॉन्ग प्वांइट कौन से हैं, यहां तक कि कॅरियर ग्रोथ का अंदाजा भी यहीं से लगता है। यही कारण है कि भारतीय शिक्षा व्यवस्था मे...
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Updated on: Wed, 21 Mar 2012 12:00 AM (IST)
हर साल मार्च महीने के पहले पखवाडे में चर्चाओं का दौर गर्म हो जाता है। वित्तीय गतिविधियों में आया क्षणिक ठहराव, संस्थाओं में देखी जाने वाली बैचेनी मानो इस दौरान किसी बडी घटना के इंतजार में हों। जी हां यह इंतजार होता है सालाना वित्तीय बजट का। इस लिहाज...
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Updated on: Wed, 14 Mar 2012 12:00 AM (IST)
पुरानी कहावत है कि इंसान के पैदा होने से लेकर मृत्यु तक मनुष्य व वृक्ष का बराबर साथ रहता है। पैदा होने के बाद जहां लकडी का पालना उसे सहारा देता है तो मृत्यु के बाद भी उसे लकडियों के ढेर यानि चिता में आखिरी पनाह मिलती है। यही कारण है कि वृक्षों को हमा...
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Updated on: Wed, 29 Feb 2012 12:00 AM (IST)
विज्ञान में वह सारी ताकत है, जिससे हर जरूरतों को पूरा किया जा सके। सवाल सिर्फ यह है कि हम उससे क्या हासिल करना चाहते हैं। -पूर्व राष्ट्रपति व मिसाइल मैन, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम घटना 2004 के उत्तरार्ध की है। बोस्टन में रहने वाले भारतीय मूल के स...
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Updated on: Wed, 22 Feb 2012 12:00 AM (IST)
प्रशासन एक ऐसा ढांचा हैजो प्रगति के पहियों में रफ्तार का ईंधन भरता है डॉ. जिम बोरेन (पूर्व अमेरिकी ब्यूरोके्रट) चमत्कार और उपलब्धि दोनों ही शब्द जीवन में मिली सफलता को दर्शाते हैं। लेकिन दोनों में एक फर्क होता है। चमत्कार का अर्थ है कि वह ...
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Updated on: Wed, 15 Feb 2012 12:00 AM (IST)
भारत में शिक्षा का महत्व आदिकाल से रहा है। प्राचीन काल में तक्षशिला और नालंदा विश्वविद्यालय में पढने के लिए देश-विदेश से स्टूडेंट्स आते थे और बेहतर शिक्षा पाकर अपने ज्ञान से काफी लोगों को लाभान्वित करते थे। आधुनिक भारत में उच्च शिक्षा का सबसे बडा ग...
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Updated on: Wed, 08 Feb 2012 12:00 AM (IST)
देश में इस समय चुनावी माहौल चरम पर है। हर उम्मीदवार चुनाव के इस अग्निपथ से पार पाने की जद्दोजहद में है। ऐसा हो भी क्यों न, आखिर यह पांच साल के बाद आने वाला अवसर होता है, सालों की गईतपस्या इसी दौरान फलीभूत होती है। आज चुनावी अग्निपरीक्षा की इस कशमकश...
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Updated on: Wed, 01 Feb 2012 12:00 AM (IST)
एक पुरानी चीनी कहावत हैकि सबसे बेहतर डॉक्टर वह है , जो बीमारी के आने से पहले ही उसे दूर कर देता है। इसके बाद वे चिकित्सक आते हैं,जो किसी बीमारी को आने पर उसे और बढने से रोकता है। सबसे निचले स्तर पर वे आते हैं, जो बीमारी का इलाज करते हैं। आज मेडिकल...
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Updated on: Wed, 25 Jan 2012 12:00 AM (IST)
हर देश के लिए आजादी का बडा मोल होता है। वह आजादी जो देश के लोगों को अपनी शर्तो पर जीने की सहूलियतें देती है, उन्हें वह करने का मौका देती है जो वह करना चाहते हैं। लेकिन यह आजादी बेमतलब है, यदि राष्ट्र जीवन के संचालन हेतु आवश्यक नियम नजरंदाज कर दिया ...
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Updated on: Wed, 18 Jan 2012 12:00 AM (IST)
मैथ्स की महत्ता समाज में प्राचीनकाल से रही है और अक्सर देखा जाता है कि मैथ्स में अच्छे स्टूडेंट्स अन्य विषयों में भी बहुत अच्छे होते हैं। यही कारण है कि मैथ्स स्टूडेंट्स की पहुंच इंजीनियरिंग की परंपरागत ब्रांचेज के अलावा कंप्यूटर, कॉर्पोरेट वर्ल्ड...
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Updated on: Wed, 04 Jan 2012 12:00 AM (IST)
जीवन के किसी भी क्षेत्र में कामयाबी अर्जित करने के लिए हमें कठोर विल पावर की दरकार होती है। कॅरियर भी इसमें अपवाद नहीं है। विशेषज्ञ मानते हैं कि कॅरियर ऑप्शन चाहें कोई भी क्यों न हो, उसमें सफलता पाना मुश्किल नहीं है, बशर्ते चुनौतियों पर नजर रखते हु...
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Updated on: Wed, 28 Dec 2011 12:00 AM (IST)
दुनिया संघर्षो और टकरावों के सहारे ही आगे बढती है और बदलाव लाती है। अगर हम इतिहास को देखें, तो वहां समय-समय पर काफी बदलाव हुए और किए गए। बदलाव की बयार नए विचारों, नए बाजारों, नए अवसरों का पथ प्रशस्त करती है। साल 2011 को कई मायनों में संघर्षो और टकर...
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Updated on: Wed, 14 Dec 2011 12:00 AM (IST)
आज दुनिया तेजी से बदल रही है। वैश्विक नेतृत्व देने की होड में देश आक्रामक कदम उठाने से नहीं चूक रहे हैं। स्ट्रेटेजिक क्षमताओं का विकास देशों की इसी रणनीति का हिस्सा माना जाता है। अमेरिका के साथ हुए असैन्य परमाणु समझौता, अंतरिक्ष को अपनी जद में ले...
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